Bhid Bhanjan Hanuman Statue Harni Road Vadodra. |
हनुमानजी, एक लोक देवता।
अगर गणेशजी के बाद सभी लोगो में लोकप्रिय देवता है तो वह हनुमानजी, जिन्हे हम बजरंग बलि, महावीर जैसे नाम से जानते है. वैसे उनके 51 नाम है (Click here to watch the video of 51 names of Hanumaji with meaning)जो उनकी विशेषता दर्शाते है। उनके मंदिर हर जगह पाए जायँगे और अन्य मंदिरो में भी उनकी मुर्ति होती है।
यहां भीड़ भंजन हनुमान के एक प्रसिद्ध मंदिर जो वड़ोदरा के हरणी रोड पर स्थित है उसके बारे में कुछ बातें प्रस्तुत है।
भीड़ भंजन मंदिर का इतिहास।
लंका युद्ध में विजय प्राप्त करने के बाद जब श्रीराम, सीतामाता, लक्ष्मणजी, एवं हनुमानजी अयोध्या लौट रहे थे; तब वें हिरण्याक्ष नगरी पहुंचे। जो एक दानव हिरण्याक्ष की भूमि थी। वहां विश्वामित्र का आश्रम था और जब वह यज्ञ करते थे तो वह दुष्ट दानव उसमे बाधा डालता था। श्रीराम का आगमन होने पर विश्वामित्र ने फिर एक बार उनको अनुरोध किया की यह दानव का विनाश करे। वनवास के पूर्व किशोरावस्था में श्रीराम और लक्ष्मण ने अपने पिताश्री की आज्ञा पाकर उनके आश्रम में जाकर राक्षसो का विनाश किया था। आज फिर विश्वामित्रजी ने उनसे अनुरोध किया तो श्रीराम ने हनुमानजी को हिरण्याक्ष का नाश करने की आज्ञा दी। यह लड़ाई १३ दिन तक चली लेकिन शिवजी के अभय वरदान की कारण हिरण्याक्ष का वध असंभव था, तो हनुमानजी ने १४ वे दिन विराट स्वरूप धारण कीया और उस दानव को अपने पाँव तले दबा दिया। श्रीराम ने हनुमानजी को आज्ञा दी की इस दानव को हमेंशा के लिए इसी तरह पाताल में स्थित कर दे। तब से मानव स्वरूप धारण कर के हनुमानजी वहां स्थिर हो गए और त्रेतायुग की समाप्ति के बाद, कलियुग में जब लोगो को उनकी मुर्ति के दर्शन हुए, तो वहां सन ११४५ (बिक्रम सवंत १२०२) में वहां भीड़ भंजन मंदिर का निर्माण किया गया। आज वह हिरण्याक्ष नगरी; हरणी के नाम से जानी जाती है और वडोदरा शहर का एक विक्सित हिस्सा है। वहा जाने वाले मार्ग को हरणी रोड उर्फ़ एयरपोर्ट रोड से जाना जाता है।Garbh Gruh of Bhid Bhanjan Hanuman Harni Road Vadodra. |
मंदिर के स्थापना की कहानी।
हरणी गाँव के पास एक वृक्ष के नीचे स्थानिक जनता को मूर्ति के दर्शन हुए और जब इस मूर्ति की प्राचीनता तथा हनुमानजी की कहानी के बारे में मालूमात हुई तो वहां एक मंदिर बनाया गया। यह मंदिर का निर्माण सिससिद्ध महात्माओ द्वारा बिक्रम सवंत १२०२ (सन ११४५) में किया गया था। इसके स्थापत्य में छत पर गदा आकार का गुम्बज है, और अंदर दिवालो पर हनुमानजी, अन्य देवी देवताओ, और वृक्षों की सुन्दर चित्रकारी और शिल्पकारी है। जैसे ही मंदिर परिसर में प्रवेश करते हे; मन को शांति का अनुभव होता है। श्रद्धालुओं को एक बार भीड़ भंजन मंदिर की जात्रा अवश्य करनी चाहिए।Bhid Bhanjan Hanuman Harni Road Vadodra. |
भीड़ भंजन हनुमानजी के मंदिर तक कैसे जाए?
वडोदरा एयरपोर्ट से सिर्फ एक किलोमीटर की दुरी पर पर यह मंदिर है जो पैदल चलकर सात मिनट में पहुँच सकते है। वडोदरा रेलवे स्टेशन से बस यां रिक्शा यां अपने वाहन द्वारा वहां जा सकते है। हालांकि अब हरणी विस्तार वडोदरा सिटी में समाविष्ट है और हर तरह का इंफ्रास्ट्रक्चर विक्सित हो गया है। सो वहां जाना आसान है.
हनुमान जयंती के दिन बड़ा मेला लगता है। हर शनिवार को और खास कर के सावन माह के शनिवार को बहुत भीड़ होती है। काली चौदश के दिन साधको इस मंदिर में रात को सिद्धि प्राप्त करने हेतु हनुमानजी की आराधना करते है।
जनता इस विशवास से हनुमानजी के दर्शन को आती है की उनके कष्ट का निवारण हो जाएगा, इस लिए इनका नाम भीड़ भंजन हनुमान है।
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